वैजयंती माला का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत बड़ा महत्व है। यह माला विशेष रूप से भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण, और हनुमान जी से जुड़ी मानी जाती है।
🌿 वैजयंती माला क्या है?
– यह माला वैजयंती के बीजों से बनी होती है।
– इसे “विजय की माला” भी कहा जाता है क्योंकि यह विजय और शक्ति का प्रतीक है।
🌟 वैजयंती माला का महत्व:
1. विष्णु प्रिय माला:
पुराणों के अनुसार, भगवान विष्णु के गले में जो माला रहती है, वह वैजयंती माला होती है।
2. विजय का प्रतीक:
“वैजयंती” शब्द का अर्थ है “विजय देने वाली”। इसे धारण करने से विजय, साहस और आत्मबल बढ़ता है।
3. मन की शांति:
वैजयंती माला से मंत्र जप करने से मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ता है।
4. राहु-केतु दोष से मुक्ति:
यह माला राहु और केतु जैसे ग्रहों के प्रभाव को कम करने में सहायक मानी जाती है।
5. हनुमान जी की कृपा:
कुछ साधनाओं में वैजयंती माला का प्रयोग हनुमान जी की भक्ति के लिए भी किया जाता है।
6. वाणी और वाद-विवाद में विजय:
यह माला पहनने से वाणी मधुर होती है और वाद-विवाद या इंटरव्यू में जीत की संभावना बढ़ती है।
🙏 कब और कैसे पहनें:
– मंगलवार, गुरुवार या एकादशी को शुद्ध होकर धारण करें।
– माला पहनते समय “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करें।
अगर आप चाहें तो मैं वैजयंती माला पहनने की विधि या इससे जुड़ी पूजा विधि भी बता सकता हूँ।

Tikeshwar Sharma serves as the Editor of Jashpur Bulletin, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering local, regional, and national developments.

